Tuesday, April 28, 2009

उनका भी सपना है अपना ,सपने में खो जाने दो !

तुने मुझसे यूँ कहा , अपने अन्दर झांक लो ,


झांक लो अपने खामियों को , और बेबश परेशानियों को !


कब तक ऐसे झाकुंगा मैं ,सिर्फ अपने ही अन्दर की बातों को ,


कभी मिले फुर्सत तो , आओ साथ बैठें , और समझे दिल की बातों को !!


दिल का कहना मानो तुम ,लब की खामोशी को बुन कर ,


कह डालो वो सारी बातें , जो है दिल में चुन चुन कर !


तेरा क्या कहना !तुम क्या जानोगी मेरे दिल की खामोशी को ,


आओ साथ चलें कुछ पल ,और जाने दुनिया के आगोशी को !!


समय बीत गया कुछ ऐसे ,अपने थे वो सपने हुये ,


और जो अब है सामने आया ,साथ में जीने दो उनको !!


उनका भी सपना है अपना,सपने में खो जाने दो ,


अपना सपना ,सपना हुआ ! उनके सपने को सच हो जाने दो !


फिर देखो ! किसी का सपना ,अगर दिल से पूरा हुआ ,


तो रह जाने दो इन खामोशी को ,और इन बातों को अधुरा हुआ !!
प्रशांत "पिक्कू"
28th April 2009
10:30 AM

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