Tuesday, April 28, 2009

ये तो अपना दर्द है यारों !

ये तो अपना दर्द है यारों ,
इससे कब तक बच पाओगे !
प्यार किया है ,दर्द लिया है ,
इसमें ही घिर जाओगे !!
प्यार करना आसान नही है ,
फिर जो करके, पछताओगे !
सारी दुनिया की नज़रों में ,खुद से ही गिर जाओगे !!
प्यार करना जुर्म नही , संघर्षों का छुअन है ,
प्यार करोगे फिर समझोगे , जिन्दगी कितनी सुन्दर है !!
प्रशांत "पिक्कू"
28th april 2009

2 comments:

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  2. nice poem lakin ye sangharso ka chuwan pyar kaise ho sakta hai.

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